इनकी संख्या पूरे भारतवर्ष में 200,000 है
अपने समाज का पिछले अनगिनत वर्षों से बहुत बड़ा संख्या के जीविकोपार्जन का बहुत अच्छा साधन “पान की दुकान” है ।इस पृष्ट और directory में इनका ,प्रत्येक को सम्मान जनक स्थान देना है।सभी पाठक बंधु ,आपके नज़र में कोई भी अपने की पान दुकान दिखे उन्हें उससे ज़रूर जोड़ें ।